रामायण की कथाओं से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। श्री राम और गिलहरी की कहानी से हम छोटी छोटी इंवेस्टमेंट्स का मूल्य सीखेंगे।
इस एडलवाइस मनी कनेक्ट पॉडकास्ट में हम श्री राम और गिलहरी की कहानी सुनेंगे। इस दिलचस्प रामायण की कहानी में श्री राम हमें सिखाते हैं की छोटा सा छोटा कंट्रीब्यूशन एक बड़ा लक्ष्य हासिल करने मैं हमारी मदद कर सकता है ।
कहानी का संक्षेप।
१) जब श्री राम की वानर सेना लंका तक पुल बनाने में व्यस्त थी तब एक वानर ने देखा की एक गिलहरी छोटे छोटे कंकड़ इकठ्ठा करके पुल बनाने में मदद करने की कोशिश कर रही थी। यह देख कर वानर हसने लगे और बोले की इतना बड़ा पुल बनाने में गिलहरी के छोटे छोटे कंकड़ों का कोई मूल्य नहीं है।
२) यह सुन कर श्री राम ने वानरों को दिखाया की गिलहरी के छोटे कंकड़ बड़े पत्थरों को जोड रहे थे। इस तरह गिलहरी के छोटे से योगदान से एक बड़ा पुल बन गया।
३) यही सीख हमारे इंवेस्टमेंट्स में भी लागू होति है।
४) हमारे गोल्स छोटे हो या बड़े, एक साल आगे हो या दस, हम छोटी छोटी सेविंग्स से शुरुआत कर के उन्हें हासिल कर सकतें हैं। यह सेविंग्स हम सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लैन (सिप) के द्वारा कर सकते है।
५) कहानी की गिलहरी की तरह आप भी छोटे छोटे इन्वेस्टमेंटस कर के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकते हैं।