यदि श्री राम ने दूसरों की मदद नहीं ली होति तो क्या वह अपना लक्ष्य प्राप्त कर पाते? इस पॉडकास्ट में इसका खुलासा।
इस एडलवाइस मनी कनेक्ट पॉडकास्ट में श्री राम हमें समझाएंगे की हर लक्ष्य की ओर हमें अकेले बढ़ने की ज़रुरत नहीं हैं। लक्ष्य अपनी निजी ज़िन्दगी के लिए हो या अपने फाइनैंशल प्लैन्स के लिए, उसे प्राप्त करने के लिए उचित एडवाइस लेना ज़रूरी होता है।
कहानी है संक्षेप
१) रामायण में श्री राम का लक्ष्य बिलकुल स्पष्ट था - वह लंका जा कर रावण का विनाश करके अपनी पत्नी सीता को वापस लाना चाहते थे। हालंकि वह यह लक्ष्य खुद प्राप्त कर सकते थे, उन्होंने फिर भी अलग अलग प्राणी और जीवों से मदद ली।
२) जब रावण सीता को लंका ले गया तब हनुमान की मदद से ही श्री राम जान पाए की सीता कहाँ हैं और उनका हाल कैसा है। पुल बनाने में भी श्री राम ने वानरों की मदद ली। और तो और, श्री राम रावण का हरण तब ही कर पाए जब विभीषण ने उन्हें बताया की रावण की नाभि में तीर मारकर उसकी मृत्यु हो सकती है। इन सब की मदद के बिना शायद श्री राम अपना लक्ष्य नहीं प्राप्त कर पाते ।
३) वह जानते थे की जानकार और अनुभवी जीवों से मदद लेने में ही समझदारी है। जैसे श्री राम ने मदद मांगने में कोई हिचक नहीं दिखाई वैसे ही हमको भी अपने इन्वेस्टमेंट और फाइनेंशिल प्लैंनिंग में एडवाइजर से मदद मांगने में हिचकना नहीं चाहिए।
४) एक फाइनेंशिल एडवाइजर फाइनेंशिल प्लैंनिंग में हमारी मदद कर सकता है क्यूंकि इस चीज़ में वो माहिर होता है। उसकी एडवाइस से हम अपने फाइनेंशिल गोल्स प्राप्त कर सकते हैं।
यह कहानी और इस ही तरह की और रामायण की कहानिया आप एडलवाइस म्यूच्यूअल फण्ड के मनी कनेक्ट पॉडकास्ट पर सुन सकते हैं। यह पॉडकास्ट एडलवाइस म्यूच्यूअल फण्ड के वेबसाइट, स्पॉटीफाई, जीओ सावन और गूगल पॉडकास्ट पर उपलब्ध है। हमें आशा है की यह पॉडकास्ट आपको दिलचस्प लगा।